Tuesday 22 July 2014

Poster war against naxalites running

नक्सलियों के द्वारा जन नाट्य मंच तथा अन्य माध्यम से विचारधारा का प्रचार प्रसार किया जाता है। इसके समानांतर पुलिस की ओर से भी पोस्टर वार छेडा गया है। जिले के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए पोस्टर में नक्सलियों के जन विरोधी कृत्यों को दर्शाया गया है।

विभाग द्वारा प्रकाशित करवाए गए पोस्टरों में राज्य की पुनर्वास नीति के तहत हथियारों समेत सरेंडर करने की अपील की जा रही है। वहीं इन चित्रों के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि किस प्रकार माओवादी सड़क, पुल-पुलियों, आश्रम भवन, शाला भवन तथा आगंनबाड़ी को विस्फोट से ध्वस्त कर विकास की गति बाधित कर रहे हैं और आदिवासियों की तरक्की रोककर उन्हें गुमराह कर रहे हैं।

कुछ माह पहले आंधप्रदेश के नक्सल लीडर गुडसा उसेंडी के पत्नी समेत हथियार डालने की तस्वीर भी छपवाई गई है। सूत्र के अनुसार विभिन्न थानों के सामने एवं ग्रामीण हाट-बाजारों में पोस्टर लगाया जा रहा है। इससे पुलिस को काफी कामयाबी भी मिल रही है। बीते कुछ माह में काफी संख्या में नक्सलियों ने आत्म समपर्ण किए हैं।

हथियारों पर आकर्षण इनाम

पोस्टर में राज्य पुनर्वास नीति के तहत दिए जाने वाले फायदों की जानकारी भी दी जा रही है। इसके तहत बताया जा रहा है कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की ओर से बेहतर आवास, नगद राशि तथा अन्य लाभ दिया जाएगा। स्वरोजगार योजना के तहत रोजगार, शासकीय सेवा में लाभ, कृषि भूमि प्रदान करने की योजना है।

हथियार समेत समर्पण करने पर एलएमजी चार लाख 50 हजार रुपए, एके 47 तीन लाख, एसएलआर रायफल डेढ़ लाख रुपए, थ्री नॉट थ्री रायफल 75 हजार रुपए तथा 12 बोर रायफल के साथ समर्पण करने वाले नक्सली को उपरोक्तानुसार नगद राशि दी जाएगी।

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